मिलिए Pranjali Awasthi से: 18 साल की उम्र में दो AI स्टार्टअप बनाने वाली भारतीय जीनियस!

अगर आपको लगता है कि उम्र सिर्फ एक नंबर है, खासकर टेक्नोलॉजी की दुनिया में, तो प्रांजलि अवस्थी (Pranjali Awasthi) की स्टोरी आपको यही बात साबित कर देगी। यह भारत में जन्मीं और अब अमेरिका में रहने वाली कोडर (प्रोग्रामर) हैं, जिन्होंने बहुत कम उम्र में ही कमाल कर दिखाया है।

छोटी उम्र में बड़ा कमाल

प्रांजलि ने सिर्फ सात साल की उम्र में कोडिंग सीखना शुरू कर दिया था। सोचिए, जब हम बच्चे खेल-कूद में लगे होते हैं, तब प्रांजलि कोड लिख रही थीं! 13 साल की उम्र तक तो उन्होंने बड़े-बड़े रिसर्च लैब में इंटर्नशिप भी कर ली थी। और कमाल की बात ये है कि जब वो सिर्फ 16 साल की थीं, तब उन्होंने अपनी खुद की एक AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) कंपनी शुरू कर दी, जिसका नाम है – Delv.AI।

Delv.AI: रिसर्च को आसान बनाने का सफर

2022 की जनवरी में प्रांजलि ने मियामी में Delv.AI की नींव रखी। उनका सीधा-सा टारगेट था कि रिसर्च करना किसी के लिए भी मुश्किल न हो। Delv.AI असल में AI पर आधारित एक ऐसा टूल है, जो रिसर्चर्स को पढ़ाई-लिखाई से जुड़ी सामग्री, PDF और कई दूसरी जगहों से Information निकालने और उसे Summerize करने का काम करता है। इसकी ख़ासियत ये है कि ये एक साथ कई Documents में सर्च कर सकता है, आपकी क्लाउड ड्राइव से जुड़ जाता है और जानकारी को CSV फॉर्मेट में सेव भी कर सकता है।

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Delv.AI ने कमाल की स्पीड से लोगों का अटेन्शन ग्रैब किया। इसे Backend Capital और Village Global जैसे इन्वेस्टर्स से अराउंड $450,000 (मतलब लगभग 3.89 करोड़ रुपये) मिले। अक्टूबर 2023 तक तो, इसकी वैल्यूएशन लगभग 100 करोड़ रुपये टच कर गई थी! रिसर्चर्स को यह बहुत पसंद आया क्योंकि यह उनके घंटों का काम मिनटों में कर देता है, जिससे Repetitive (बार-बार होने वाले) R&D के काम में 75% तक की बचत होती है।

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भारत से अमेरिका तक का सफर

प्रांजलि का जन्म India में हुआ था। जब वह 11 साल की थीं, तब उनका फॅमिली फ्लोरिडा, अमेरिका (USA) शिफ्ट हो गयी । वहां उनके पिता, जो खुद एक कंप्यूटर इंजीनियर हैं, ने Coding के प्रति उनके प्यार को और बढ़ावा दिया। स्कूल में उन्होंने कंप्यूटर साइंस और कॉम्पिटिटिव मैथ्स में खूब दिलचस्पी ली और जल्द ही फ्लोरिडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के न्यूरल डायनामिक्स ऑफ कंट्रोल लैब में इंटर्नशिप करने लगीं। वहां उन्होंने छोटी उम्र से ही मशीन लर्निंग प्रोजेक्ट्स पर काम किया और EEG डेटा का उपयोग करके ADHD (अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर) के टाइप्स को अलग करने में भी मदद की।

अब Dash के साथ AI को दे रही नया रूप

अब प्रांजलि 18 साल की हैं और अमेरिका में जॉर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रही हैं। लेकिन वह यहीं नहीं रुकने वालीं। उन्होंने अपनी अगली बड़ी चीज़ पर काम करना शुरू कर दिया है: Dash। वह इसे “ChatGPT with hands” कहती हैं।

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सैन फ्रांसिस्को में, प्रांजलि अपने को-फाउंडर्स ध्रुव रूंगटा और हर्षा के साथ मिलकर Dash पर पूरे समय काम कर रही हैं। ये दोनों भी युवा डेवलपर्स हैं जिनसे उनकी मुलाकात जॉर्जिया टेक में हुई थी। ध्रुव ने पहले एक एडटेक स्टार्टअप बनाया है, जबकि हर्षा ने एक डेटिंग ऐप बनाया है।

Delv.AI से अलग, Dash एक ओपन-एक्सेस AI असिस्टेंट है जो सिर्फ चैट नहीं करता, बल्कि असल में एक्शन भी ले सकता है – यानी सिर्फ बातचीत नहीं, बल्कि ऑटोमेशन! हाल ही में Dash (usedash.ai) को Product Hunt पर जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला और यह नंबर वन पर पहुंच गया। इस मौके पर प्रांजलि ने लिंक्डइन के ज़रिए अपने ऑफिशियल Discord सर्वर की लॉन्चिंग का ऐलान किया और इस नई शुरुआत की खुशी ज़ाहिर की।

Y Combinator में Dash का चुनाव

प्रांजलि ने अपनी लिंक्डइन पोस्ट में शेयर किया कि Dash (YC S25) को दुनिया के टॉप स्टार्टअप एक्सेलेरेटर Y Combinator में शामिल किया गया है। किसी भी शुरुआती स्टार्टअप के लिए यह एक बहुत ही बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। Dash की टीम का मकसद है – ऐसा इंटेलिजेंट AI तैयार करना जो यूज़र के वर्क स्टाइल को सही मायनों में समझ सके और उसी हिसाब से काम को आसान बनाए।

चाहे वह आपके ईमेल को ऑटोमैटिकली छांटना हो, मीटिंग्स शेड्यूल करना हो, या रिपोर्ट्स बनाना हो, Dash काम को आसान बना रहा है – उन सभी छोटे-मोटे कामों को खत्म कर रहा है जिनसे “नॉलेज वर्कर्स” को जूझना पड़ता है।

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प्रभाव डालने के लिए इंतजार क्यों करें?

प्रांजलि की यात्रा सिर्फ Delv.AI से शुरू नहीं हुई थी। उन्होंने Swartz Center for Computational Neuroscience में इंटर्नशिप की है और हैकथॉन में वर्कशॉप भी चलाई हैं। उन्होंने क्रिएटिव डिस्ट्रक्शन लैब के अपरेंटिस प्रोग्राम को भी पूरा किया है, जिसमें उन्होंने AI, कृषि और बहुत कुछ में गहराई से जानकारी हासिल की।

उनकी कहानी इस बात का सबूत है कि प्रभाव डालने के लिए आपको इंतजार करने की जरूरत नहीं है। जैसा कि वह खुद कहती हैं, Delv.AI को “पेवॉल के पीछे जाकर आपको तुरंत प्रासंगिक जानकारी दिलाने” के लिए बनाया गया था – और अब, Dash के साथ, उनका लक्ष्य AI को और भी उपयोगी बनाना है। प्रांजलि अवस्थी जैसी युवा प्रतिभाएं दिखा रही हैं कि लगन और सही अवसर के साथ, कोई भी उम्र की परवाह किए बिना बड़ी सफलता हासिल कर सकता है!


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