रोबोटैक्सी (Robotaxi) का ट्रायल शुरू – टेस्ला (Tesla) की ये कार खुद चलेगी, बिना ड्राइवर!

टेस्ला (Tesla) ने ऑस्टिन में अपनी ड्राइवरलेस मॉडल Y रोबोटैक्सी (Robotaxi) चलानी शुरू की है। ये सिर्फ़ हेडलाइन नहीं है, बल्कि टेस्ला ऑटोपायलट और AI-पावर्ड ट्रांसपोर्टेशन के लिए एक बड़ा और असल दुनिया का प्रयोग है। टेस्ला का कहना है कि उनकी सेल्फ-ड्राइविंग गाड़ियाँ (Self-Driving Cars) सिर्फ़ कैमरे और AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का इस्तेमाल करके अपने आप चल सकती हैं। जबकि दूसरी ऑटोमैटिक गाड़ियाँ कैमरे के साथ-साथ लिडार (Lidar) और रडार (Radar) जैसी महंगी चीज़ें भी इस्तेमाल करती हैं। टेस्ला FSD (Full Self-Driving) साबित करना चाहता है कि उसका AI बिना इन महंगी चीज़ों के भी शहरों की मुश्किल सड़कों पर सुरक्षित तरीके से गाड़ी चलाना (Safe Driving) सीख सकता है। ये सिर्फ़ कोई दिखावा नहीं, बल्कि ऑटोनॉमस व्हीकल टेक्नोलॉजी (Autonomous Vehicle Technology) का एक बड़ा टेस्ट है जिसे इंडस्ट्री में कई लोग अभी भी जोखिम भरा मानते हैं।

1. सिर्फ़ सिमुलेटर में नहीं, असली सड़कों पर टेस्टिंग

दूसरी कंपनियाँ अपनी गाड़ियों को बंद टेस्टिंग एरिया या कंप्यूटर सिमुलेशन में टेस्ट करती हैं। लेकिन टेस्ला अपनी रोबोटैक्सी सर्विसेज़ (Robotaxi Services) को सीधे ऑस्टिन की असली सड़कों पर चला रहा है। हाँ, गाड़ी में एक “सेफ्टी मॉनिटर” ज़रूर बैठा होता है और दूर से भी लोग उसे कंट्रोल कर सकते हैं। ये असली सड़कें ही AI कार टेस्टिंग (AI Car Testing) के लिए उनका सबसे बड़ा इम्तिहान हैं।

2. सिर्फ़ कैमरे का कमाल, लिडार या रडार नहीं

टेस्ला ने अपनी सेल्फ-ड्राइविंग सिस्टम (Self-Driving System) के लिए पूरी तरह से कैमरे और न्यूरल नेटवर्क-आधारित AI पर भरोसा किया है। उन्होंने जानबूझकर लिडार या रडार जैसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल नहीं किया। इससे उनकी टेस्ला टेक्नोलॉजी (Tesla Technology) सस्ती हो जाती है और इसे बड़े पैमाने पर फैलाना आसान हो जाता है। लेकिन हाँ, चकाचौंध (तेज़ धूप), कोहरे या बारिश में इससे कुछ दिक्कतें भी आ सकती हैं, जो ऑटोनॉमस ड्राइविंग चैलेंज (Autonomous Driving Challenges) का हिस्सा हैं।

Model Y. Cybercab | Credit: Tesla

3. सुरक्षित लेकिन तेज़ी से बढ़ रहा है कदम

अभी टेस्ला ने क़रीब 10 गाड़ियों से ही काम शुरू किया है। वो तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन सावधानी भी बरत रहे हैं। उन्होंने लोकल अधिकारियों के साथ मिलकर काम किया है और इमरजेंसी टीमों को ट्रेनिंग (Emergency Response Training) भी दी है। फिर भी, कुछ अफसर चाहते हैं कि जब तक ऑस्टिन में नई और सख्त ऑटोनॉमस व्हीकल रूल्स (Autonomous Vehicle Rules) नहीं आ जाते, तब तक इसे रोक दिया जाए।

4. मुश्किल हालात में भी भरोसेमंद होना

पिछली कुछ रिपोर्ट्स बताती हैं कि टेस्ला का FSD (फुल सेल्फ-ड्राइविंग) सिस्टम कभी-कभी मुश्किल हालात में फंस जाता है, जैसे लाल बत्ती पर, गलत लेन में या अचानक कोई चीज़ सामने आने पर। अब ऑस्टिन में हर छोटी-मोटी दिक्कत उन्हें रियल-वर्ल्ड डेटा (Real-World Data) से सीखने का एक मौका देगी—या फिर ड्राइवरलेस कार सुरक्षा (Driverless Car Safety) के लिए खतरे का निशान भी दिखा सकती है।

5. हर राइड से मिल रहा ढेर सारा डेटा

टेस्ला की 20 लाख से ज़्यादा गाड़ियाँ सड़कों पर चल रही हैं, और उनसे लगातार नया ड्राइविंग डेटा उनके AI सिस्टम को ट्रेनिंग (AI System Training) के लिए मिल रहा है। ऑस्टिन में लॉन्च होने से उन्हें और भी अलग-अलग तरह का डेटा मिलेगा, जैसे शांत मोहल्लों से लेकर भीड़-भाड़ वाली सड़कों तक का अनुभव। इससे उनका AI और भी तेज़ी से सीख पाएगा (AI Learning Process)

6. ऑस्टिन से परे इसका क्या मतलब है?

यह पायलट प्रोजेक्ट टेस्ला का “मोबिलिटी-एज़-ए-सर्विस” (Mobility-as-a-Service) प्रोवाइडर बनने का पहला क़दम है। अगर ये कामयाब हो जाता है और मान लो, 1,000 गाड़ियाँ चलने लगती हैं, तो इससे कंपनी के लिए फ्यूचर रेवेन्यू मॉडल्स (Future Revenue Models) और कमाई के नए रास्ते खुलेंगे। लेकिन इसकी सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि उनकी AI कार तकनीक (AI Car Technology) कितनी अच्छी है और सरकार से कितनी नियामक स्वीकृति (Regulatory Approval) मिलती है।

आखिर में

ऑस्टिन में जो हो रहा है, वो सिर्फ़ एक नई सर्विस शुरू करने से कहीं ज़्यादा है। ये टेस्ला की बोल्ड सेल्फ-ड्राइविंग टेक (Tesla Bold Self-Driving Tech) का असली दुनिया में किया गया एक बड़ा टेस्ट है। ये एक तरह का हाई-स्टेक एक्सपेरिमेंट है — जो या तो एलन मस्क के कैमरे-केवल ऑटोनॉमी (Elon Musk Camera-Only Autonomy) के तरीके को सही साबित करेगा या फिर उन कमियों को सामने लाएगा जिन्हें अभी ठीक करने की ज़रूरत है। इसके नतीजों से सिर्फ़ टेस्ला का भविष्य (Tesla Future) ही नहीं, बल्कि यह भी तय होगा कि आने वाले सालों में शहर, सरकारें और बाकी ऑटो इंडस्ट्री ड्राइवरलेस गाड़ियों (Driverless Cars in India) को कैसे देखेंगी।

16 बिलियन पासवर्ड लीक: आपको क्यों फिक्र करनी चाहिए और क्या करें?

कभी सोचा है कि एक सुबह आप उठें और पता चले कि आपका Google या Apple अकाउंट हैक हो गया है? डर गए, है ना? यह सिर्फ एक संभावना नहीं है—यह कुछ ऐसा है जो दुनिया भर के अरबों लोगों को प्रभावित कर सकता है। हाल ही में, साइबर सुरक्षा रिसर्चर्स ने इतिहास के सबसे बड़े डेटा लीक में से एक का खुलासा किया है: 16 बिलियन (16 billion password leak) से ज़्यादा लॉगिन क्रेडेंशियल (login credentials) एक्सपोज हो गए हैं। यह सिर्फ पुराने पासवर्ड के रीसायकल होने की बात नहीं है। यह नया, खतरनाक डेटा है जिससे पहचान की चोरी (identity theft), बैंक अकाउंट हैक (bank account hack) होने या इससे भी बदतर हालात हो सकते हैं।

आखिर हुआ क्या?

2025 की शुरुआत में, रिसर्चर्स को 30 बड़े डेटासेट मिले, कुछ में 3.5 अरब से ज़्यादा रिकॉर्ड थे। इन रिकॉर्ड्स में यूज़रनेम, पासवर्ड, ईमेल एड्रेस और यहां तक कि कुकीज़ और लॉगिन टोकन जैसे सेंसिटिव डेटा भी शामिल हैं। डराने वाली बात यह है कि इनमें से कई लीक्स Google, Apple, Facebook और यहां तक कि सरकारी प्लेटफॉर्म जैसी पॉपुलर सर्विसेज़ से हुई हैं।

माना जा रहा है कि ये लीक्स “इन्फोस्टीलर” मैलवेयर—खराब सॉफ्टवेयर जो चुपचाप आपके डिवाइस से डेटा चुराता है—की वजह से हुई हैं। एक बार समझौता हो जाने के बाद, यह डेटा आमतौर पर डार्क वेब पर पहुंच जाता है, जहां इसे चौंकाने वाली कम कीमतों पर बेचा जाता है। इसका मतलब है कि दुनिया भर के अपराधी आपकी लॉगिन जानकारी हासिल कर सकते हैं और आपकी डिजिटल लाइफ के साथ खिलवाड़ शुरू कर सकते हैं।

आपको क्यों फिक्र करनी चाहिए?

अपने ऑनलाइन अकाउंट्स को अपनी डिजिटल लाइफ की ‘चाबी’ समझें। अगर किसी के पास आपका पासवर्ड है, तो वे अंदर घुस सकते हैं। वे शायद:

  • आपके लिंक्ड बैंक खातों से पैसे चुरा सकते हैं
  • ऑनलाइन आपकी पहचान बना सकते हैं
  • फ़िशिंग हमलों के लिए आपके ईमेल का उपयोग कर सकते हैं
  • आपको अपने ही अकाउंट्स से बाहर कर सकते हैं

और यह सिर्फ पर्सनल रिस्क नहीं है। बिज़नेस और स्कूल भी टारगेट हो सकते हैं, जिससे बड़े फाइनेंशियल और प्राइवेसी नुकसान हो सकते हैं।

सुरक्षित कैसे रहें?

  1. अपडेटेड रहें (Stay Updated): HaveIBeenPwned.com जैसी साइटों का उपयोग करके जांचें कि क्या आपका ईमेल या पासवर्ड एक्सपोज हुआ है। यह मुफ़्त है और इसमें कुछ सेकंड लगते हैं।
  2. अपने पासवर्ड बदलें (Change Your Passwords): अपने मुख्य अकाउंट्स—ईमेल, सोशल मीडिया और बैंकिंग—से शुरुआत करें। मज़बूत, यूनीक पासवर्ड (strong, unique passwords) का उपयोग करें जिन्हें अनुमान लगाना मुश्किल हो।
  3. टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) का उपयोग करें (Use Two-Factor Authentication): यह सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत जोड़ता है। भले ही किसी के पास आपका पासवर्ड हो, वे आपके फोन या बायोमेट्रिक आईडी (biometric ID) के बिना अंदर नहीं जा पाएंगे।
  4. पासकीज़ (Passkeys) पर स्विच करें: Apple और Google जैसी टेक कंपनियों ने सुरक्षित लॉगिन ऑप्शन के रूप में पासकीज़ रोल आउट करना शुरू कर दिया है। ये पासवर्ड की जगह आपकी फिंगरप्रिंट (fingerprint) या फेस आईडी (face ID) का उपयोग करते हैं। इन्हें हैक करना कहीं ज़्यादा मुश्किल है।
  5. पासवर्ड मैनेजर (Password Manager) का उपयोग करें: ये ऐप आपको जटिल पासवर्ड सुरक्षित रूप से बनाने और स्टोर करने में मदद करते हैं। हर लॉगिन के लिए “123456” या अपने पालतू जानवर के नाम का उपयोग करने की अब कोई ज़रूरत नहीं है।

आखिरी विचार

यह एक वेक-अप कॉल है। साइबरक्राइम (cybercrime) बढ़ रहा है, और हम सभी को अपनी डिजिटल सुरक्षा (digital security) की ज़िम्मेदारी लेनी होगी। यह आसान है, लेकिन यह आपको बहुत सारी परेशानियों से बचा सकता है। हैक होने का इंतज़ार न करें—अभी कार्रवाई करें और अपनी ऑनलाइन दुनिया (online world) को सुरक्षित रखें।

सोलो यूनिकॉर्न (Solo Unicorns) का ज़माना: कैसे AI अकेले फाउंडर्स को बना रहा है करोड़ों की कंपनी के मालिक

कुछ साल पहले तक एक अरब डॉलर की कंपनी बनाने के लिए बड़ी टीम, ढेर सारा पैसा और टाइम चाहिए होता था। लेकिन अब AI ने गेम ही बदल दिया है। अब एक अकेला इंसान, सही आइडिया और कुछ टूल्स की मदद से, खुद की कंपनी को लाखों-करोड़ों तक पहुंचा सकता है। ऐसे फाउंडर्स को अब कहा जा रहा है – सोलो यूनिकॉर्न । अकेले इंसान की बनाई ऐसी कंपनी, जिसकी वैल्यू एक दिन $1 Billion तक पहुंच सकती है। आपको ये सपना लग रहा है? लेकिन ये अब हकीकत बन चुका है।

एक उदाहरण है – Maor Shlomo, सिर्फ 31 साल का डेवलपर जिसने Base44 नाम की कंपनी को बिना किसी फंडिंग के सिर्फ 6 महीनों में खड़ा किया, और फिर उसे Wix को $80 million (cash) में बेच दिया।

base44
BASE44

Base44: एक साइड प्रोजेक्ट से करोड़ों की डील तक

Base44 की शुरुआत एक साइड प्रोजेक्ट की तरह हुई थी। लेकिन धीरे-धीरे ये “वाइब कोडिंग” (Vibe Coding) की दुनिया में सबसे चर्चित कहानियों में शामिल हो गई। Vibe coding यानी बिना कोडिंग सीखे, सिर्फ normal language में कहकर apps बनाना। न कोड चाहिए, न टीम। सिर्फ आइडिया और AI tools

Base44 एक ऐसा प्लेटफॉर्म था जहाँ कोई भी इंसान, टेक्निकल हो या नॉन-टेक, सिर्फ टेक्स्ट प्रॉम्प्ट (text prompt) देकर अपना पूरा ऐप (App) बना सकता था।
चाहिए – बैकएंड (Backend), डेटाबेस (Database), ऑथेंटिकेशन, एनालिटिक्स, मैप्स, ईमेल और यहाँ तक कि SMS – सब मिल जाता है। और ये सब होता है AI Agents और Large Language Models (LLMs) की ताकत से।

6 महीनों में Base44 के 2.5 लाख यूज़र्स हो गए, और सिर्फ मई महीने में इसने $189,000 की कमाई की – वो भी बिना किसी Investment के। Maor ने अपनी पूरी journey LinkedIn और Twitter पर पब्लिक में शेयर की।

AI ने बदल दिया गेम: अब हर कोई फाउंडर (Founder) बन सकता है

Base44 एक बड़ी टीम या VC फंडिंग पर डिपेंड नहीं था। यह बूूटस्ट्रैप्ड (Bootstrapped) और लीन था—सिर्फ़ आठ एम्प्लॉइज़, जिनमें से सभी को अब डील के हिस्से के रूप में $25 मिलियन का रिटेंशन बोनस मिलेगा। लेकिन इसे चलाने वाला इंजन? AI! मिली। लेकिन असली driver था – AI

AI दर्जनों इंजीनियर्स का काम कर रहा है—कोड लिखना, इन्फ्रास्ट्रक्चर मैनेज करना, परफॉरमेंस ऑप्टिमाइज़ करना—तो मॉडर्न फाउंडर टीम्स को स्केल करने या पैसे जलाने के बजाय विज़न और वेलोसिटी पर फोकस कर सकता है।

Maor का कहना है कि उन्होंने बिना फंडिंग (VC funding) बहुत कुछ कर लिया था, लेकिन अब Wix की मदद से वो और तेज़ी से आगे बढ़ने को तैयार हैं।

wIXxBASE44
Credit: Wix

Wix ने Base44 क्यों खरीदा?

Wix, जो वेबसाइट बनाने के लिए दुनिया भर में एक पॉपुलर नो-कोड प्लेटफॉर्म (No-code Website Builder) है, उसे Base44 में कुछ बड़ा दिखा—एक फ्यूचर जहाँ लोग Apps को बोलकर बना सकें।
Wix अपनी AI आर्म को फुल-ब्लोन ऐप क्रिएशन तक एक्सपैंड कर रहा है ।

Wix के CEO Avishai Abrahami ने इस अक्वीजीशन (Acquisition ) को कंपनी के मिशन में एक बड़ा कदम बताया, जिसका मकसद लोगों के ऑनलाइन क्रिएट करने के तरीके को फिर से इन्वेंट करना है। उनका मानना है कि Base44 जैसे प्रोडक्ट्स पूरे सॉफ्टवेयर कैटेगरी को रिप्लेस कर सकते हैं।

Side Projects से लेकर Solo Unicorns तक

Base44 अभी एक बिलियन-डॉलर कंपनी नहीं बनी है, और Maor पूरी तरह अकेले भी नहीं थे, लेकिन ये Story साबित करती है कि आज AI की वजह से आइडिया से execution तक का gap बहुत छोटा हो गया है।

अब किसी के पास अगर Vision है और सही Tools हैं, तो वो अकेले भी कुछ बड़ा बना सकता है।

तो, अगला सोलो यूनिकॉर्न पूरी तरह अकेला क्यों नहीं हो सकता? शायद अभी नहीं… लेकिन अब हम काफ़ी करीब हैं।

हम अभी वहाँ तक नहीं पहुंचे—लेकिन हम करीब आ रहे हैं। AI प्रोडक्ट्स को बिना बड़ी टीम्स या फंडिंग के लॉन्च करना, स्केल करना और बेचना रेडिकली आसान बना रहा है। इन्फ्रास्ट्रक्चर मैच्योर हो रहा है। टूल्स स्मार्ट हो रहे हैं। और फाउंडर्स? वे अब सिर्फ़ बिल्डर नहीं हैं—वे विज़नरी (Visionaries ) और स्टोरीटेलर (Storytellers ) हैं।

निष्कर्ष

सोलो यूनिकॉर्न के युग में आपका स्वागत है। और कौन जानता है? आप ही शायद अपने बेडरूम से अगला वाला बना रहे हों!

क्या आप भी अपना AI-पावर्ड स्टार्टअप शुरू करने की सोच रहे हैं?

Source: Wix Acquires Base44

7 बेस्ट वेब सीरीज़: एंटरप्रेन्योर्स और स्टार्टअप्स के लिए!

एक स्टार्टअप (StartUp) चलाना हमेशा आसान नहीं होता। इसमें कभी चीज़ें तेजी से ऊपर जाती हैं, तो कभी सब कुछ डाउन हो जाता है। ऐसे में जब कुछ ठीक न लगे, तो दूसरों को (स्क्रीन पर) ऐसी ही परेशानियों से गुज़रते देखना आपको हिम्मत दे सकता है। ये वेब सीरीज़ (Web series) सिर्फ़ मनोरंजन के लिए नहीं हैं—ये दिखाती हैं कि ज़ीरो से कुछ शुरू करने में कितनी मेहनत लगती है।

यहाँ उन टॉप 7 वेब सीरीज़ (एक एक्स्ट्रा के साथ) की लिस्ट है जो हर स्टार्टअप फाउंडर या ऐसे ही सपने देखने वाले को ज़रूर देखनी चाहिए:


1. सिलिकॉन वैली (Silicon Valley)

क्रेडिट: HBO
  • जॉनर: Comedy-Drama
  • IMDb रेटिंग: 8.5
  • कहाँ देखें: JioHotstar (इंडिया), HBO (US/UK)

ये शो आपको टेक स्टार्टअप की दुनिया का फनी और रियल एक्सपीरियंस देता है। रिचर्ड और उसकी टीम एक ज़बरदस्त आइडिया को प्रॉपर बिज़नेस में बदलने की कोशिश करते हैं—इस दौरान काफी मज़ेदार और क्रेज़ी सिचुएशन्स आती हैं।

क्यों देखें: टेक वर्ल्ड की कहानी, ह्यूमर और ह्यूमन टच के साथ।


2. स्टार्टअप (StartUp)

StartUp
क्रेडिट: Crackle
  • जॉनर: Drama
  • IMDb रेटिंग: 7.8
  • कहाँ देखें: Apple TV+

यह कोई आम फाउंडर की कहानी नहीं है। इसमें एक बैंकर, एक हैकर और एक गैंगस्टर मिलकर क्रिप्टो कंपनी शुरू करते हैं। शो काफी रॉ और इंटेंस है।

क्यों देखें: कभी-कभी सबसे बड़े रिस्क आपके पार्टनर्स होते हैं।


3. द ड्रॉपआउट (The Dropout)

क्रेडिट: Hulu
  • जॉनर: True-Crime Drama
  • IMDb रेटिंग: 7.9
  • कहाँ देखें: Hulu

यह एलिजाबेथ होम्स (Elizabeth Holmes) और थेरानोस (Theranos) की सच्ची कहानी पर बनी है। यह सीरीज़ बताती है कि महत्वाकांक्षा कैसे हद से ज़्यादा बढ़ सकती है। यह देखना दिलचस्प—और थोड़ा डरावना—है कि कोई व्यक्ति सब कुछ बर्बाद होने से पहले कितनी दूर जा सकता है।

क्यों देखें: हाइप से ज़्यादा सच्चाई मायने रखती है।


4. वीक्रैश्ड (WeCrashed)

क्रेडिट: Apple TV+
  • जॉनर: Drama
  • IMDb रेटिंग: 7.3
  • कहाँ देखें: Apple TV+

यह वीवर्क (WeWork) की अनोखी जर्नी को गहराई से दिखाता है। करिश्मा, क्रेज़ी आइडियाज़ और बहुत ज़्यादा वैल्यूएशन—सब कुछ यहाँ है. लेकिन यह भी दिखाता है कि जब अहंकार समझदारी से आगे निकल जाता है तो क्या होता है।

क्यों देखें: विज़न शानदार है, लेकिन स्थिरता के बिना, यह टिकेगा नहीं।


5. शार्क टैंक (Shark Tank)

क्रेडिट: abc.com

इसमें फाउंडर्स अपने आइडियाज़ असली इन्वेस्टर्स को दिखाते हैं—कुछ को डील मिलती है, तो कुछ खाली हाथ लौटते हैं। आपको बेचने के टिप्स मिलेंगे, क्या नहीं करना चाहिए, और इन्वेस्टर को क्या पसंद आता है।

क्यों देखें: सिर्फ 20 मिनट में startup lessons का फुल डोज़।


6. द प्लेलिस्ट (The Playlist)

क्रेडिट: Netflix
  • जॉनर: Docudrama
  • IMDb रेटिंग: 7.4
  • कहाँ देखें: Netflix

स्पॉटिफ़ाई (Spotify) की कहानी को अलग-अलग नज़रियों से बताया गया है। यह दिखाता है कि कैसे एक छोटे से म्यूज़िक आइडिया ने पूरे इंडस्ट्री को बदल दिया। अगर आपके पास एक बड़ा आइडिया है, तो यह आपको ज़रूर पसंद आएगा।

क्यों देखें: इनोवेशन साइज़ पर नहीं, हिम्मत पर डिपेंड करता है।


7. सुपर पम्प्ड: द बैटल फॉर उबर (Super Pumped: The Battle for Uber)

  • जॉनर: Drama
  • IMDb रेटिंग: 7.3
  • कहाँ देखें: Hotstar, Apple TV+

यह उबर (Uber) के बारे में है—कैसे वह आगे बढ़ा, उसमें क्या परेशानियां आईं, और उसे चलाने वाले लोग कैसे थे। यह तेज़, ज़बरदस्त और कभी-कभी देखना मुश्किल होता है, लेकिन यह दिखाता है कि एक बड़े मार्केट में घुसने के लिए क्या करना पड़ता है।

क्यों देखें: जीतने की कीमत आपकी सोच से ज़्यादा हो सकती है।


बोनस: TVF पिचर्स (TVF Pitchers) (इंडियन)

क्रेडिट: TVF
  • जॉनर: Hindi Drama
  • IMDb रेटिंग: Not listed
  • कहाँ देखें: ZEE5

यह इंडियन शो चार दोस्तों की कहानी बताता है जो अपनी नौकरी छोड़कर एक कंपनी शुरू करने का सपना पूरा करने निकलते हैं। यह बहुत अपनी-सी लगती है और इसमें असली स्टार्टअप वाली फीलिंग है—मेहनत, उम्मीद और सिरदर्द सब कुछ है।


फ़ाइनल वर्ड्स

अगर आप कुछ बना रहे हैं या सिर्फ़ उसके बारे में सोच रहे हैं, तो ये शो कुछ वैल्यूएबल देते हैं—चाहे वह एक चेतावनी हो, प्रेरणा की एक चिंगारी हो, या सिर्फ़ एक लंबे दिन के बाद एक अच्छी हंसी हो, तो कॉफ़ी पकड़ो, प्ले करो, और हसल (Hustle) शुरू करो!

वाइब कोडिंग (Vibe Coding) क्या है?

सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट की तेज़ बदलती दुनिया में, एक नया शब्द आजकल चर्चा में है—वाइब कोडिंग (Vibe Coding). लेकिन ये आखिर है क्या?

वाइब कोडिंग कोई प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (Programming Language) या कोई खास टूल नहीं है. बल्कि, ये एक माइंडसेट है—कोड लिखने का एक क्रिएटिव, इंट्यूटिव तरीका, जो पूरी तरह से एनर्जी, फ्लो और एक्सप्रेशन के बारे में है. सोचिए जैसे कोई म्यूज़िशियन जैज़ म्यूज़िक बजा रहा हो—rules जानता है, लेकिन अपना सुर खुद बनाता है।

मज़ेदार फ्लो से कोडिंग

सख्त, किताबी कोडिंग अप्रोच से हटकर, वाइब कोडिंग फ्लेक्सिबल होती है. इसमें आप प्रॉब्लम को महसूस करते हुए आगे बढ़ते हैं, इंस्पिरेशन को लीड करने देते हैं, और ऐसा कुछ बनाते हैं जो न सिर्फ काम करता है बल्कि सही भी लगता है. चाहे आप एक बढ़िया UI, एक फ़ंकी एनिमेशन (Animation), या एक एक्सपेरिमेंटल ऐप (App) पर काम कर रहे हों—वाइब कोडिंग ही वो तरीका है जिससे कई इंडिपेंडेंट डेवलपर्स और क्रिएटिव कोडर्स ऐसी चीज़ें बना रहे हैं जो सबसे अलग दिखती हैं.

वो टूल्स (Tools) जो वाइब कोडिंग को सपोर्ट करते हैं

इस तरह की कोडिंग में अक्सर ऐसे टूल इस्तेमाल होते हैं जो तेज़ी से चीज़ें बना देते हैं, ग्राफ़िक्स वाले एडिटर या ऐसे प्रोग्राम जो तुरंत बताते हैं कि क्या सही है और क्या गलत. इसमें पहली बार में ही सब सही करने की कोशिश नहीं होती—बल्कि ये तलाशने, एक्सपेरिमेंट करने और बेहतर बनाने के बारे में है, जब तक आपको सबसे अच्छा वर्ज़न न मिल जाए.

यहाँ टॉप 6 वाइब कोडिंग टूल्स की लिस्ट है:

1. लवेबल (Lovable)

लवेबल (Lovable) आपको सिर्फ़ नैचरल लैंग्वेज का इस्तेमाल करके अपने आइडियाज़ को काम करने वाले UI और बैकएंड लॉजिक में बदलने देता है. ये उन क्रिएटर्स के लिए परफेक्ट है जो बिना कोड छुए फटाफट रिज़ल्ट चाहते हैं.

Lovable
Credit: Lovable

2. बोल्ट.न्यू (Bolt.new)

बोल्ट (Bolt) के साथ, अपने ऐप को डिस्क्राइब करें और उसे मिनटों में बनते देखें—कोई कोडिंग की ज़रूरत नहीं. ये MVPs, डेमो और इंटरनल टूल्स तुरंत बनाने के लिए एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म है.

Bolt
Credit: Bolt

3. रेपलिट (Replit)

रेपलिट (Replit) ऐप बनाने को एक बातचीत जैसा महसूस कराता है—बस अपना आइडिया बताएं, और AI कोड से लेकर क्लाउड तक सब कुछ सेट कर देगा. कोई इंस्टॉलेशन नहीं, कोई सेटअप नहीं—बस अपना ब्राउज़र खोलें और क्रिएट करना शुरू करें, अपने फोन से भी.

Replit
Credit: Replit

4. कर्सर (Cursor)

कर्सर (Cursor) एक कोड एडिटर है जो आपसे चैट करता है और आपकी गाइडेंस के साथ पूरे प्रोजेक्ट्स को एडिट करता है. ये आपके रेपो (repository) को गहराई से समझता है और रिफैक्टर या ज़ीरो से बनाने में मदद करता है.

Cursor
Credit: Cursor

5. विंडसर्फ (Windsurf)

विंडसर्फ (Windsurf) एक स्मार्ट, डेवलपर-फर्स्ट कोड एडिटर है जो आपको AI के साथ तेज़ी से काम करने में मदद करता है, जो आपके पूरे प्रोजेक्ट को समझता है. ये आपको फ़ाइलों में एडिट करने, टर्मिनल कमांड चलाने और चेंजेस को तुरंत प्रीव्यू करने देता है—सब कुछ एक स्मूथ फ्लो में.

Windsurf
Credit: Windsurf

कोड के ज़रिए खुद को एक्सप्रेस करना

अपने मूल रूप में, वाइब कोडिंग (Vibe Coding) बहुत पर्सनल है. आप सिर्फ़ प्रॉब्लम्स सॉल्व नहीं कर रहे—आप खुद को एक्सप्रेस कर रहे हैं. आपका कोड आपकी वाइब को दिखाता है—आपकी फीलिंग्स, आपका स्टाइल, और यहाँ तक कि बैकग्राउंड में बजने वाला म्यूज़िक भी.

रूल्स जानें, फिर उन्हें तोड़ें

बेशक, वाइब कोडिंग (Vibe Coding) के लिए अभी भी सॉलिड फंडामेंटल्स की ज़रूरत होती है. अगर आपको बेसिक्स नहीं पता तो आप इम्प्रोवाइज़ नहीं कर सकते. लेकिन एक बार जब आपके पास स्किल्स आ जाती हैं, तो यह अपनी इंट्यूइशन पर भरोसा करने और इस प्रोसेस के साथ मज़ा करने के बारे में है.

एक रिमाइंडर कि कोड (Coding) अभी भी आर्ट है

एक ऐसी दुनिया में जो तेज़ी से ऑटोमेशन और स्ट्रक्चर से चल रही है, वाइब कोडिंग (Vibe Coding) हमें याद दिलाती है कि प्रोग्रामिंग अभी भी एक कला है. तो आगे बढ़ो—अपना एडिटर खोलो, अपनी पसंदीदा प्लेलिस्ट चलाओ, और वाइब से कोड (Code) करो!


2025 के 7 AI Tools जो काम को आसान बनाते हैं!

आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हमारे रोज़मर्रा के काम को तेज़ और आसान बना रही है. 2025 में, बहुत सारे AI Tools हैं जो हमें लिखने, प्लान करने और काम को ऑर्गनाइज़ करने में मदद करते हैं. ये टूल्स स्मार्ट हेल्पर या रोबोट असिस्टेंट जैसे लगते हैं. जैसे, ChatGPT एक चैटबॉट है जो सवालों के जवाब दे सकता है, कहानियाँ या ईमेल लिखने में मदद कर सकता है, और आइडियाज़ सोचने में भी काम आता है. Perplexity एक AI रिसर्च असिस्टेंट है जो नॉर्मल सर्च इंजन से कहीं आगे है. और Grammarly जैसे टूल्स आपकी राइटिंग चेक करते हैं ताकि आपसे कम गलतियां हों. ये सभी AI ऐप्स प्रोडक्टिविटी बढ़ाकर और टाइम बचाकर फ्यूचर ऑफ वर्क को शेप कर रहे हैं.

नीचे 2025 के सात टॉप AI टूल्स (फ्री प्लान के साथ) दिए गए हैं जो बहुत ज़्यादा इस्तेमाल होते हैं. ये लिखने और रिसर्च से लेकर शेड्यूलिंग और ऑटोमेशन तक, कई तरह के कामों में मदद करते हैं. हमने इनके मुख्य काम और ऑफिशियल साइट्स के लिंक दिए हैं, साथ ही आखिर में एक क्विक कम्पेरिज़न टेबल भी है.

1. ChatGPT (OpenAI) – AI चैटबॉट लिखने और आइडियाज़ के लिए

ChatGPT एक ऐसा AI चैटबॉट है जिससे आप कुछ भी पूछ सकते हैं – जैसे ईमेल लिखना, जोक्स सुनना या होमवर्क में हेल्प लेना। इसका लेटेस्ट वर्ज़न इमेज (Image) भी बना सकता है और वॉइस इनपुट भी ले सकता है. सबसे अच्छी बात ये है कि ChatGPT अपने बेसिक रूप में इस्तेमाल करने के लिए फ्री (Free) है। आप सिर्फ चैट शुरू कीजिए और ये आपके लिए टेक्स्ट (Text), कोड (Coding) या आइडिया तैयार कर देगा।” लोग ChatGPT का इस्तेमाल आइडियाज़ बनाने, भाषाएँ ट्रांसलेट (Translate) करने या तुरंत रिसर्च करने के लिए करते हैं. एक पेड “प्लस” सब्सक्रिप्शन में एक्स्ट्रा फीचर्स मिलते हैं, पर फ्री प्लान भी बहुत काम का है।

  • क्या करता है: सवालों के जवाब देना, ड्राफ्ट या कोड (Code) लिखना, आइडियाज़ समझाना.
  • क्यों काम का है: लिखने और सीखने में मदद करता है, एक स्मार्ट हेल्पर की तरह.
  • फ्री प्लान: हाँ – ChatGPT का फ्री टियर (GPT-3.5/GPT-4o) हमेशा उपलब्ध है.
OpenAI

2. Perplexity AI – तुरंत जवाब के साथ स्मार्ट वेब सर्च

Perplexity AI एक सुपर-स्मार्ट सर्च इंजन जैसा है जो आपसे बात करता है और आपके सवालों के सीधे जवाब देता है—गूगल की तरह सिर्फ लिंक नहीं दिखाता. ये एक फ्रेंडली रिसर्चर जैसा काम करता है. आप एक सवाल पूछते हो, और ये आपको साफ जवाब देता है साथ में उन लिंक्स के साथ जहाँ से इसने वो जानकारी ली है.

इसे अपना पर्सनल AI रिसर्च बडी समझो. चाहे आप स्कूल के लिए फैक्ट्स देख रहे हो, कुछ नया सीखना चाहते हो, या किसी प्रोजेक्ट पर रिसर्च कर रहे हो, Perplexity आपको सही जानकारी तेज़ी से ढूंढने में मदद करता है. और ये रियल-टाइम वेब डेटा का इस्तेमाल करके ऐसा करता है, सिर्फ पुरानी जानकारी नहीं देता जैसे कुछ और AI टूल्स करते हैं.

Perplexity इस्तेमाल करने के लिए फ्री है और सीधे आपके ब्राउज़र से काम करता है. अगर आपको तेज़ जवाब, डीप रिसर्च टूल, और GPT-4.1 और Claude 4 जैसे प्रीमियम AI मॉडल्स तक पहुँच जैसे एक्स्ट्रा फीचर्स चाहिए, तो इसका एक पेड प्रो वर्ज़न भी है. लेकिन ज़्यादातर लोगों के लिए, फ्री वर्ज़न रोज़ के इस्तेमाल के लिए काफी है.

  • क्या करता है: वेब से सटीक जवाब ढूंढता है और उन्हें साफ-साफ बताता है, सोर्स के साथ.
  • क्यों काम का है: सिर्फ सर्च लिंक देने के बजाय सीधे जवाब देकर टाइम बचाता है.
  • फ्री प्लान: हाँ – ट्राई करने के लिए साइनअप की ज़रूरत नहीं, पर प्रो वर्ज़न ज़्यादा पावर देता है.
Perplexity Labs
Image Credit: Perplexity AI

3. Grammarly – स्मार्ट राइटिंग असिस्टेंट

Grammarly एक राइटिंग असिस्टेंट है जो आपकी स्पेलिंग, ग्रामर और स्टाइल को चेक करता है. ये किसी भी ऐप (ब्राउज़र, वर्ड प्रोसेसर, ईमेल) में काम करता है ताकि गलतियों को हाईलाइट करे और उन्हें ठीक करने का सुझाव दे. जैसा कि इसकी साइट कहती है, इसका फ्री प्लान भी आपको “बिना गलतियों के लिखने” और अपनी राइटिंग टोन देखने में मदद करता है. सीधे शब्दों में कहें तो, Grammarly आपकी सभी राइटिंग के लिए एक मददगार एडिटर जैसा है. आप बेसिक वर्ज़न को बिना किसी खर्च के इस्तेमाल कर सकते हो – ये टाइपो और छोटी गलतियों को फ्री में पकड़ लेता है. ये आपकी राइटिंग को और साफ बनाने के लिए सुझाव देता है. ये स्टूडेंट्स के लिए निबंध लिखने, प्रोफेशनल्स के लिए रिपोर्ट लिखने, या किसी के भी ईमेल लिखने के लिए बहुत अच्छा है.

  • क्या करता है: ग्रामर, स्पेलिंग और स्टाइल चेक करता है.
  • क्यों काम का है: आपकी राइटिंग को साफ और सही बनाता है.
  • फ्री प्लान: हाँ – बेसिक ग्रामर और स्पेल चेक फ्री हैं. (प्रीमियम में ज़्यादा फीचर्स हैं.)
Grammarly

4. Notion – नोट्स (Notes), डॉक्स (Docs) और ऑर्गनाइजेशन

Notion एक वर्कस्पेस ऐप (Workspace App) है जो आपको नोट्स लेने, प्रोजेक्ट प्लान करने और ऑर्गनाइज्ड रहने में मदद करता है. आप अपने आइडियाज़, टू-डू लिस्ट, मीटिंग नोट्स, और बहुत कुछ के लिए पेज बना सकते हो. Notion का बेसिक वर्ज़न इंडिविजुअल्स के लिए फ्री है. इसमें एक AI असिस्टेंट (Notion AI) भी है जो आपके नोट्स से सवालों के जवाब दे सकता है या टेक्स्ट लिखने में मदद कर सकता है. उदाहरण के लिए, Notion AI आपके खुद के नोट्स में से “जवाब बना सकता है और सोर्स बता सकता है.” इसे एक ऐसी नोटबुक समझो जो बात कर सकती है – आप उससे पूछ सकते हो, “मेरे आने वाले काम क्या हैं?” और ये आपके नोट्स से जवाब निकाल कर देगा. फ्री प्लान आपको अनलिमिटेड पेज और ब्लॉक्स के लिए Notion का इस्तेमाल करने देता है. (AI-पावर्ड फीचर्स का एक्स्ट्रा खर्च लगता है, पर फ्री वर्ज़न खुद में एक पावरफुल ऑर्गनाइज़र है.)

  • क्या करता है: नोट्स, डॉक्स और टास्क को एक जगह रखता है.
  • क्यों काम का है: आपके आइडियाज़ को ऑर्गनाइज करता है; AI आपके नोट्स के बारे में सवालों के जवाब दे सकता है और उन्हें समराइज़ कर सकता है.
  • फ्री प्लान: हाँ – Notion का स्टैंडर्ड प्लान फ्री है, AI फीचर्स ऑप्शनल अपग्रेड के तौर पर उपलब्ध हैं.
notion
Image Credit: Notion

5. Fathom – AI मीटिंग नोटटेकर

Fathom मीटिंग्स (Meeting Notetaker) के लिए एक AI टूल है. ये आपकी ज़ूम या गूगल मीट कॉल्स को रिकॉर्ड करता है और उन्हें अपने आप ट्रांसक्राइब और समराइज़ (transcribes and summarizes) करता है ताकि आपको नोट्स न लेने पड़ें. मीटिंग के बाद, Fathom आपको मुख्य बातें और एक्शन आइटम्स देता है. इसका मतलब है कि आप नोट्स लिखने के बजाय पूरी तरह से ध्यान दे सकते हो. साइन अप करना और इस्तेमाल करना फ्री है. असल में, टीम्स घंटों बचाती हैं क्योंकि Fathom उनके लिए नोट-टेकिंग करता है. तो Fathom आपको मीटिंग के दौरान लिखने के बजाय सुनने का मौका देकर प्रोडक्टिविटी बढ़ाता है.

  • क्या करता है: ऑनलाइन मीटिंग्स (ज़ूम, टीम्स, आदि) को रिकॉर्ड और समराइज़ करता है.
  • क्यों काम का है: आपको नोट्स लिखने से बचाता है – AI यह तेज़ी से करता है.
  • फ्री प्लान: हाँ – Fathom इंडिविजुअल यूज़र्स के लिए हमेशा के लिए फ्री प्लान देता है.
Fathom
Image Credit: Fathom

6. Reclaim – स्मार्ट कैलेंडर (Calendar) शेड्यूलर

Reclaim एक AI कैलेंडर असिस्टेंट है जो आपको अपने आप काम और फ्री टाइम शेड्यूल करने में मदद करता है. आप इसे अपने Google या Outlook कैलेंडर से जोड़ते हो, इसे अपने टास्क और रूटीन बताते हो, और ये “आपके काम के सबसे बोरिंग हिस्सों को ऑटोमेट” करता है. उदाहरण के लिए, आप रोज़ 2 घंटे का फोकस सेशन या लंच टाइम हैबिट सेट कर सकते हो, और Reclaim मीटिंग के इनवाइट्स के खिलाफ उन स्लॉट्स को बचाएगा. ये टास्क और मीटिंग्स के लिए सबसे अच्छा समय भी ढूंढेगा ताकि आपका बैलेंस बना रहे. Reclaim खुद को “#1 AI शेड्यूलिंग टूल” कहता है और ये भी कहता है कि ये इंडिविजुअल्स के लिए “100% फ्री” है. संक्षेप में, Reclaim आपके लिए आपका हफ्ता प्लान करके टाइम बचाता है.

  • क्या करता है: आपके कैलेंडर पर टास्क, फोकस टाइम, ब्रेक और मीटिंग्स को ऑटो-शेड्यूल करता है.
  • क्यों काम का है: मैन्युअल प्लानिंग के बिना आपके दिन को ऑर्गनाइज रखता है, वो भी बिल्कुल फ्री.
  • फ्री प्लान: हाँ – Reclaim का पर्सनल प्लान फ्री है (इंडिविजुअल्स के लिए पूरे फीचर्स).

7. Zapier – नो-कोड (No-code) AI ऑटोमेशन

Zapier एक ऑटोमेशन प्लेटफॉर्म है जो आपके ऐप्स को जोड़ता है. ये इवेंट्स पर नज़र रख सकता है (जैसे ईमेल मिलना) और फिर अपने आप एक्शन ट्रिगर कर सकता है (जैसे जानकारी को स्प्रेडशीट में सेव करना). Zapier का मुख्य AI फीचरAI-पावर्ड Zap बिल्डर” है जो AI का इस्तेमाल करके आपके लिए स्टेप्स भी लिख सकता है. उनकी प्राइसिंग पेज के अनुसार, फ्री प्लान हर महीने 100 टास्क तक के ऑटोमेशन की अनुमति देता है. ये आसान ऑटोमेशन के लिए बहुत अच्छा है. उदाहरण के लिए, आप एक Zap सेट कर सकते हो जो नए फॉर्म के जवाबों को Google Sheets में सेव करता है. Zapier आपके रिपीटेड काम को हटा देता है. 2025 में, इसके AI फीचर्स आपके लिए वर्कफ्लो भी सुझा सकते हैं या लिख सकते हैं.

  • क्या करता है: ऐप्स को जोड़ता है और टास्क को ऑटोमेट करता है (कोडिंग की ज़रूरत नहीं).
  • क्यों काम का है: सर्विसेज़ को जोड़कर रिपीटेड काम को खत्म करता है (और AI वर्कफ्लो बनाने में मदद करता है).
  • फ्री प्लान: हाँ – फ्री प्लान में हर महीने 100 टास्क मुफ्त में मिलते हैं.
Zapier
Image Credit: Zapier

🎁 बोनस: 2025 में दो और AI टूल्स जो ट्राई करने लायक हैं!

1. Grok by xAI (एलोन मस्क का AI प्रोजेक्ट)

Grok xAI द्वारा बनाया गया एक नया और दमदार AI चैटबॉट है, जिसे एलोन मस्क लीड कर रहे हैं. Grok खास क्यों है? ये थोड़ा ज़्यादा मज़ेदार है, इसकी एक विद्रोही पर्सनालिटी है, और कभी-कभी ये शरारती या अप्रत्याशित जवाब देता है. ये सीधे X (पहले ट्विटर) से जुड़ा है, जिसका मतलब है कि ये हमेशा लेटेस्ट इंटरनेट buzz से अपडेट रहता है.

  • किसके लिए अच्छा है: मज़ेदार बातचीत, ट्रेंडिंग टॉपिक्स और रियल-टाइम न्यूज़.
  • कैसे इस्तेमाल करें: X प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है (प्रीमियम+ सब्सक्रिप्शन के साथ).
  • मज़ेदार फैक्ट: ये साइंस-फिक्शन से प्रेरित है और ChatGPT जैसे मेनस्ट्रीम AI टूल्स को टक्कर देने के लिए बनाया गया है.

2. Cursor – द AI-पावर्ड कोड एडिटर

अगर आप कोड (Code) लिखते हो, तो Cursor ज़रूर ट्राई करना चाहिए. ये VS Code जैसा है, लेकिन इसमें एक इन-बिल्ट AI है जो आपके कोड को समझता है, समझाता है, बग्स ढूंढता है और नई फंक्शन्स भी लिखता है. चाहे आप अभी-अभी कोडिंग शुरू कर रहे हो या एक प्रो डेवलपर हो, Cursor कोडिंग को तेज़ और स्मार्ट बनाता है.

  • किसके लिए अच्छा है: रियल-टाइम में कोड लिखना, डीबग करना और समझना.
  • AI क्षमताएं: इससे पूछो “इस फंक्शन का क्या काम है?” या “ये बग ठीक करो,” और ये आसानी से कर देता है!
  • फ्री और पेड: इसका एक फ्री टियर है, साथ ही ज़्यादा इस्तेमाल के लिए पेड प्लान भी हैं.

Quick Comparison Table

टूलमुख्य उपयोगफ्री/फ्रीमियम प्लान
ChatGPTराइटिंग, कोडिंग, ब्रेनस्टॉर्मिंग के लिए चैटबॉटGPT-4o एक्सेस के साथ फ्री टियर; एक्स्ट्रा फीचर्स के लिए प्लस प्लान
Perplexity AIरिसर्च और वेब सर्च के लिए बातचीत करने वाला AIइस्तेमाल करने के लिए फ्री; प्रो प्लान ($20/माह) तेज़, ज़्यादा डीप रिज़ल्ट देता है
Grammarlyग्रामर, स्पेल-चेक और राइटिंग सुझावफ्री बेसिक चेकर; एडवांस्ड राइटिंग सपोर्ट के लिए प्रीमियम
Notionनोट्स, डॉक्स, प्लानिंग और टास्क मैनेजमेंटफ्री पर्सनल प्लान; AI असिस्टेंट पेड ऐड-ऑन के तौर पर
Fathomज़ूम/मीट कॉल्स को अपने आप समराइज़ करता हैइंडिविजुअल्स के लिए हमेशा के लिए फ्री प्लान
ReclaimAI-पावर्ड स्मार्ट कैलेंडर शेड्यूलिंगफ्री पर्सनल प्लान (“100% फ्री” सोलो यूज़र्स के लिए)
Zapierअलग-अलग ऐप्स के बीच टास्क को ऑटोमेट करता हैफ्री प्लान में हर महीने 100 टास्क शामिल; पेड प्लान में ज़्यादा

ऊपर दिए गए हर टूल का लिंक उसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाता है, जहाँ आप साइन अप करके इसे फ्री में ट्राई कर सकते हो. ये सात AI ऐप्स 2025 में काम को तेज़ और स्मार्ट बना रहे हैं. इनके साथ, आपको लिखने, रिसर्च करने, ऑर्गनाइज करने और ऑटोमेट करने में मदद मिलती है ताकि आप बड़े आइडियाज़ पर फोकस कर सकें – प्रोडक्टिविटी और फ्यूचर ऑफ वर्क के लिए ये एक असली बूस्ट है.


Startup शुरू करने की सोच रहे हो? ये 7 Books आपकी सोच और Strategy दोनों बदल सकती हैं!

अगर आप भी एक Aspiring Entrepreneur हो या अपना खुद का Startup शुरू करने का Plan बना रहे हो, तो ये Blog आपके लिए है! Idea तो बहुत लोग लाते हैं, लेकिन उसे सही टाइम पर Execute करना, जल्दी सीखना, और मुश्किल वक्त में भी डटे रहना ही जरूरी है। और ऐसे वक्त में कुछ किताबें आपके काम आ सकती हैं जो सिर्फ Inspiration नहीं, Action के लिए भी तैयार करती हैं।

यहाँ हैं 7 किताबें (7 Must-read Startup Books) जो हर नए Entrepreneur को ज़रूर पढ़नी चाहिए – ये सिर्फ पढ़ने के लिए नहीं, समझने और Apply करने के लिए हैं।


1. द लीन स्टार्टअप – एरिक रीज़ (The Lean Startup – Eric Ries)

अगर Startup की दुनिया में कोई एक किताब को Bible कहा जाए, तो वो यही है. इसमें ना Hustle Culture का दिखावा है, ना Overnight Success के झूठे सपने। ये सिखाती है कि कैसे आप Smart तरीकों से Product बनाओ — Test करो, Fail करो, Learn करो और Repeat — बिना ज्यादा पैसा और Time Waste किए।

The Lean Startup

2. जीरो टू वन – पीटर थील (Zero to One – Peter Thiel)

ये किताब अलग सोच रखने वालों के लिए है। इसमें बताया गया है कि दूसरों की नकल करने के बजाय कुछ नया कैसे बनाया जा सकता है। Monopoly Build करना और भीड़ से अलग चलना इसका Core Message है।

Zero to One

3. द हार्ड थिंग अबाउट हार्ड थिंग्स – बेन होरोविट्ज़ (The Hard Thing About Hard Things – Ben Horowitz)

इस किताब में Startup की Tough Realities दिखाई गई हैं — जैसे Layoffs, खराब फैसले, और टूटते भरोसे। अगर आप चाहते हैं कि मुश्किल वक्त में पहले से तैयार रहें, तो ये किताब आपकी मदद करेगी।

The Hard Thing About Hard Things

4. रीवर्क – जेसन फ्रीड और डेविड हेनमेयर हैंसन (Rework – Jason Fried & David Heinemeier Hansson)

ये किताब Traditional Business Thinking को झटका देती है। Authors बताते हैं कि कैसे बिना भारी-भरकम Investment के भी काम किया जा सकता है — Simple रहकर और वही चीज़ें करने से जो सच में ज़रूरी हैं।

Rework

5. शू डॉग – फिल नाइट (Shoe Dog – Phil Knight)

Nike के Co-founder की ये Story आपको बताएगी कि किसी भी बड़ी कंपनी की शुरुआत कितनी Messy होती है। ये एक दिल से लिखी गई कहानी है — Inspiration से भरपूर।

Shoe Dog

6. द मॉम टेस्ट – रॉब फिट्ज़पैट्रिक (The Mom Test – Rob Fitzpatrick)

“तेरा Idea बहुत अच्छा है” — जब दोस्त ये बोलते हैं, तो जरूरी नहीं कि वो सच बोल रहे हों। The Mom Test आपको सिखाती है कि कैसे सही सवाल पूछकर Real Feedback लिया जाए। कई हफ्तों की बेकार मेहनत से बचा सकती है ये किताब।

The Mom Test

7. फाउंडर्स एट वर्क – जेसिका लिविंग्स्टन (Founders at Work – Jessica Livingston)

PayPal, Apple, Hotmail जैसे ब्रांड्स की शुरुआत कैसे हुई — ये किताब आपको उनके Real Experiences बताएगी। Early Stage पर उन्होंने क्या Decisions लिए और उनसे क्या सीखा जा सकता है, वो सब इसमें है।

Founders at Work

आखिरी बात

Startup चलाना कोई guaranteed success वाला रास्ता नहीं है — लेकिन ये किताबें आपको उस सफर के लिए तैयार जरूर कर सकती हैं। ये आपको inspiration नहीं, action देने वाली किताबें हैं। इसलिए इन्हें सिर्फ shelf पर सजाओ मत — जब भी चीजें मुश्किल लगें, इन्हें खोलकर पढ़ो।

Top 10 Most Valuable Unicorn Startups in the USA (2025 Edition)

It’s 2025, and the pace of innovation in the U.S. startup world feels like it’s moving at light speed. One minute, you’re hearing about an obscure AI company in stealth mode. The next, it’s worth billions. That’s the magic of unicorn startups—those rare, privately held companies valued at over $1 billion.

But not all unicorns are built the same. Some are quietly powering the digital economy behind the scenes, while others are boldly taking us to space—or trying to teach machines how to think. So, which American companies are truly leading the charge this year?

Here’s a tour of the top 10 unicorns in the U.S. right now, and what makes each one a force to watch.


1. SpaceX – Valued at $350 Billion

No surprise here—SpaceX continues to be the heavyweight champion of the private space race. Under Elon Musk’s leadership, the company isn’t just launching rockets anymore. It’s building global satellite internet (via Starlink), ferrying astronauts to orbit, and planning for deep-space exploration. It’s not just a business—SpaceX feels like a sci-fi movie that’s actually happening.


2. OpenAI – Valued at $300 Billion

Once a quiet research lab, OpenAI has become the face of the AI revolution. From powering ChatGPT to helping businesses rethink productivity and creativity, the company’s influence is everywhere. Its tools have entered homes, classrooms, and boardrooms—sparking both awe and anxiety about the future of artificial intelligence.

OpenAI

3. xAI – Valued at $113 Billion

Yes, Elon Musk again. xAI might be newer on the scene, but it’s quickly carved out a unique identity by offering a more open, transparent approach to artificial intelligence. With a chatbot called Grok and a bold mission to “understand the universe,” xAI is blending tech development with Musk-style showmanship—and investors are clearly buying in.

XAI

4. Stripe – Valued at $91.5 Billion

If there’s one company powering the global digital checkout experience, it’s Stripe. From tiny indie stores to tech giants, Stripe’s APIs make it absurdly easy to take payments online. But what makes Stripe really special? It’s not flashy—it’s foundational. Quietly, it’s become the financial rails of the modern internet.


5. Databricks – Valued at $62 Billion

In a world drowning in data, Databricks shows up with the bucket and the plan. This company makes complex analytics and machine learning more accessible to businesses. Its growth is proof that data isn’t just a buzzword—it’s a business necessity. Think of Databricks as the data engineer’s best friend, now supercharged with AI.

databricks

6. Anthropic – Valued at $61.5 Billion

Created by ex-OpenAI insiders, Anthropic is another AI powerhouse making waves with its Claude chatbot. But what sets it apart is its laser focus on AI safety and alignment—making sure the machines we build don’t just work, but work with us, not against us.

anthropic

7. Safe Superintelligence Inc. – Valued at $32 Billion

This one’s a bit of an enigma. SSI Inc Founded by AI heavyweight Ilya Sutskever, this company is all-in on one thing: building smarter-than-human AI safely. No big product launches, no flashy demos—just serious minds trying to stay ahead of a problem most people haven’t even thought about yet. It’s stealthy, but that hasn’t stopped investors from piling in.


8. Epic Games – Valued at $31.5 Billion

Gamers know the name well—Fortnite, Unreal Engine, and a massive online player base that spans the globe. But Epic isn’t just about games anymore. Its development tools are used across industries, from movies to metaverse experiments. The company continues to redefine what “interactive” means in digital spaces.


9. Anduril Industries – Valued at $28 Billion

This isn’t your average Silicon Valley startup. Anduril is reinventing defense with AI-powered drones, surveillance towers, and autonomous tech. Founded by Oculus creator Palmer Luckey, it’s mixing hardcore engineering with national security needs—and doing it faster than traditional defense contractors ever could.


10. Fanatics – Valued at $27 Billion

Started with jerseys and caps, and now it’s rewriting the playbook on sports commerce. Fanatics is growing into a full-blown sports tech company, branching into collectibles, trading cards, and even digital betting. It’s not just selling products—it’s building an ecosystem around fandom.


Wrapping It Up: More Than Just Billion-Dollar Logos

These companies aren’t just unicorns—they’re modern-day disruptors, reshaping how we live, work, play, and connect. Whether it’s turning code into conversation, sending satellites into orbit, or making defense smarter, these startups are betting big on the future—and so far, that bet is paying off.

The U.S. startup scene is alive and well, and if this list proves anything, it’s that the next decade is going to be anything but boring.

Read More: Wikipedia

How Melanie Perkins, the Visionary Founder, Built Canva into a $25 Billion Design Giant

Melanie Perkins’s journey from a Perth dorm room to a global design tool worth $25 billion is inspiring.
Imagine this: you’re a college student trying to make a simple presentation, but all the design software feels way too complicated. That’s exactly what Melanie Perkins noticed while studying at the University of Western Australia. She wasn’t a designer, just someone frustrated with how hard it was to make things look good. And from that frustration, a bold idea was born.

The Birth of Fusion Books

At just 19, Melanie, along with her boyfriend Cliff Obrecht, launched a small online tool to help students design yearbooks. They called it Fusion Books, and they ran it out of her mom’s living room. It wasn’t flashy, but it solved a real problem—and people started using it.

Chasing a Bigger Vision

But Melanie didn’t stop there. She began to think bigger: What if anyone could create beautiful designs—without needing fancy software or training? A few clicks, some drag-and-drop, and done. That was the dream.

Investor Rejections and a Bold Move

Of course, turning that dream into a real business wasn’t easy. Investors didn’t bite at first. Melanie pitched her idea to over 100 investors and heard “no” more times than most of us would dare to handle. But she didn’t give up. In fact, she even learned how to kitesurf—just to connect with a potential investor who loved the sport.

Canva Co-founders - (L to R) Cameron Adams, Cliff Obrecht, Melanie Perkins
In pics: Canva Co-founders – (L to R) Cameron Adams, Cliff Obrecht, Melanie Perkins | Credit: Canva

The Breakthrough: Launching Canva

Eventually, her persistence paid off. She met Cameron Adams, a former Googler with a background in design. He believed in her vision and joined as a co-founder. Together, they launched Canva in 2013.

The response? Massive. Canva made design feel effortless. Anyone—from teachers to marketers to startup founders—could now create professional-looking designs in minutes. The platform exploded in popularity and today serves over 150 million users worldwide.

Success with Purpose

But here’s what really stands out: Melanie and Cliff have pledged the majority of their shares to charitable causes. They’re not just building a company—they’re using their success to give back.

The Key to Melanie Perkins’ Success

Melanie’s story is a reminder that big things often start small. You don’t need to be in Silicon Valley, or have a tech degree, to change the world. All it takes is spotting a real problem, crafting a smart solution, and refusing to quit.

Next time you use Canva, remember: it all began in a dorm room in Perth—with a student who simply believed design should be easier for everyone.

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