Vikas Divyakirti is an Indian educator, author, and entrepreneur, he is founder of Drishti IAS, an institute that prepares students for the Indian Administrative Service (IAS/UPSC) and other civil service examinations. By running Drishti IAS coaching institute, he is guiding many students and is also active as a writer and speaker. He was also nominated for the Padma awards in 2023, and he has also acted in Vidhu Vinod Chopra’s film “12th Fail.”
Educatekaro curated this podcast and created a summary of it. The Sanskar Show features Sandeep Jain, CEO of Geeks for Geeks, discussing strategies to secure high-paying jobs in the current scenario. Recently interviewed on The Sanskar Show, Sandeep Jain explained a 5-step framework that can assist students in landing high-paying jobs despite challenges such as economic downturns and AI threats.
Educatekaro discovered these Key Points:
Challenges and Opportunities in the Job Market
Importance of Career Choices
Significance of Hard Work and Preparation in Business
Importance of Work-Life Balance and Career Planning
Importance of Learning DSA Skills
Importance of Becoming an Expert in Career
Information on Career Choices and Preparations
Career Growth and Work-Life Balance
Significance of Early Internships in Engineering and Industry Knowledge
Career Development and Information on Startups
Advice for Aspiring Startup Founders
Solving People’s Problems through Startups
Importance of Hard Work and Focus
Advice on Personal Development and Success
Career Podcast: Discovering High-Paying Jobs in 2024 with CEO of Geeks for Geeks, Sandeep Jain
In this podcast, you’ll get the lowdown on how to snag a remote job, even if you’re just starting out and still getting the hang of your tech stack. Monica, who bagged four remote gigs while still in college, breaks it down for you. As a student from a tier 3 college, she managed to land remote jobs with US and Singapore-based startups. She spills the tea on the importance of building a killer profile, networking through meetups, and selling your skills like a pro to potential employers. Tune in to catch her tips and tricks, and see how you can score your own remote job!
Dr. Srijan Pal Singh is an extraordinary social entrepreneur. He previously served as an advisor to Dr. APJ Abdul Kalam and is also the founder of Homilab and Kalam Centre. He is also an author, fully dedicated to inspiring future generations to innovate. In this discussion about Srijan, we will learn about his desire to inspire a new generation of inventors, which aligns with Dr. Kalam’s hope of giving dreams to children. The discussion also touches upon the democratic spirit of India, Srijan’s young years, his education, and the coincidental meeting with Dr. Kalam.
जैकब सिंह (Jacob Singh), एक अनुभवी टेक लीडर, जो ग्रोफर्स (Grofers) के CTO और सिकोइया में CTO-इन-रेजिडेंस के रूप में काम कर चुके हैं। अब वह CTOs और CPOs के साथ काम करते हैं ताकि उनके विचारों और संस्कृतियों को बढ़ाने में मदद कर सकें। उनके कंटेंट में प्रेरणा, लेखन, संचार, व्यक्तिगत ब्रांडिंग, ओपन-सोर्स योगदान, सार्वजनिक वक्तृत्व कौशल, डेवलपर एडवोकेसी, और 2022 की मंदी जैसे विषय शामिल हैं। जैकब ने वर्टिकल SaaS, ML/AI, और जेनरेटिव टूल एप्लिकेशन्स के उदय और अपने प्रारंभिक बाल शिक्षा के प्रति जुनून पर भी चर्चा की है।
मुख्य बातें:
सीटीओ के दिन का जीवन:
एक सीटीओ के दिनचर्या का विवरण, जिसमें व्यापक कार्यों की व्याख्या होती है, जैसे कि टीम के साथ बैठकें, प्रोजेक्ट के निरीक्षण, और नए तकनीकी प्रयासों की निगरानी।
शांतिकाल बनाम युद्धकाल CTO:
व्यावसायिक या स्थापना के विभिन्न चरणों में सीटीओ की भूमिका में अंतर, जहां शांतिकाल में उत्कृष्टता और युद्धकाल में रणनीतिक निर्णयों की आवश्यकता होती है।
स्टार्टअप में CTO के लिए चुनौतियाँ:
नए स्टार्टअप में सीटीओ के सामर्थ्य के बारे में चर्चा, जैसे कि वित्तीय संसाधनों की संचालना, बढ़ती मांग का सामना, और बाजार में प्रतिस्थापन के लिए रणनीतिक निर्माण।
टेक्नोलॉजी बनाम व्यवसाय:
टेक्नोलॉजी और व्यवसाय के संवाद में चुनौतियों और संधि के बारे में चर्चा। कैसे दोनों को संतुलित रखा जाए और उनके बीच संवाद को बढ़ावा दिया जाए।
अभियंताओं को प्रेरित करने वाले कारक:
इंजीनियरों को प्रेरित करने के मुख्य कारक, जैसे कि रोजमर्रा की समस्याओं का समाधान, नए प्रौद्योगिकी और अनुसंधान के समर्थन, और उत्कृष्टता की प्रेरणा।
जैकब सिंह, पूर्व CTO ग्रोफर्स | सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स के लिए राइटिंग और पब्लिक स्पीकिंग
उपनिदेशकों (EMs) के लिए टीम के जुड़े रहने के उपाय:
उपनिदेशकों के लिए टीम को लगातार जुड़े रखने के उपाय, जैसे कि स्पष्टता और प्रभावशाली संवाद, अच्छी प्रणाली का बनावट, और प्रेरक नेतृत्व।
इंजीनियरों के लिए लेखन का महत्व:
इंजीनियरों के लिए लेखन की महत्वपूर्णता, जिसमें टेक्निकल डॉक्युमेंटेशन, व्यावसायिक ब्लॉगिंग, और अन्य साझा करने के माध्यमों का विशेष महत्व है।
सम्मेलन, ब्लॉग्स और ओपन सोर्स प्रतिभागीता का महत्व:
विभिन्न सम्मेलनों में शामिल होने, ब्लॉग्स लिखने और ओपन सोर्स प्रोजेक्ट्स में योगदान करने का महत्व, जो ज्ञान साझा करने और नई आदतों का विकास करता है।
संवाद और प्रलेखन कला के विकास का महत्व:
अच्छे संवाद और प्रलेखन कला के विकास की महत्वपूर्णता, जो टीम के बीच स्पष्टता और सहयोग को बढ़ावा देती है।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स के लिए व्यक्तिगत ब्रांडिंग:
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में व्यक्तिगत ब्रांडिंग के महत्वपूर्ण अंश, जो नौकरी के प्राप्ति और करियर विकास में मदद करता है।
ओपन सोर्स योगदान और हायरिंग:
ओपन सोर्स प्रोजेक्ट्स में योगदान का महत्व और इसका अनुसरण करने वाले अभ्यर्थियों की नियुक्ति में इसका प्रभाव।
Amod Malviya उद्यमी के समुदाय में प्रसिद्ध हैं। उन्होंने Udaan की सह-संस्थापना की है, जो केवल 26 महीनों में यूनिकॉर्न स्थिति तक पहुँची। वे Flipkart की प्रौद्योगिकी मूल स्थापना करने के लिए भी मशहूर हैं। Amod एक उच्च योग्यता वाले प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ हैं और प्रौद्योगिकी व्यवसाय में महत्वपूर्ण योगदान देने में सक्षम हैं। उन्होंने IIT Kharagpur से स्नातक की पढ़ाई की है और प्रोग्रामिंग भाषाओं, स्केलेबल इंफ्रास्ट्रक्चर, और नेटवर्क आर्किटेक्चर में अद्वितीय दक्षता दिखाई है।
मुख्य बातें:
कोडिंग जारी रखने का महत्व
सीनियर इंजीनियर अभी भी कोडिंग क्यों करते हैं? क्योंकि कोडिंग सिर्फ एक स्किल नहीं, बल्कि प्रॉब्लम सॉल्विंग का तरीका है। इससे उनका ज्ञान ताजा रहता है और नई टेक्नोलॉजी को समझने में मदद मिलती है।
विकेंड डेवलपमेंट चैलेंजेज का अनुभव
ट्विटर पर विकेंड डेवलपमेंट चैलेंजेज करने और फिर बंद करने के पीछे की वजहें बताई गईं। ये चैलेंजेज रचनात्मकता बढ़ाते हैं, लेकिन समय की कमी और दूसरी प्राथमिकताओं की वजह से इन्हें बंद करना पड़ा।
इंजीनियरों की गहराई में जाने की प्रेरणा
इंजीनियरों को सिस्टम्स और प्रोग्रामिंग भाषाओं में गहराई तक जाने के लिए क्या प्रेरित करता है? जिज्ञासा, प्रॉब्लम सॉल्विंग की इच्छा और खुद को बेहतर बनाने की चाहत उन्हें गहराई में जाने के लिए प्रेरित करती है।
मल्टीपल टेक्नोलॉजीज का प्रबंधन
कई प्रोग्रामिंग भाषाओं और टेक स्टैक्स से कैसे निपटा जाए? एक समय में एक चीज़ पर ध्यान दें और अपनी प्राथमिकताएँ समझें। सबसे जरूरी और उपयोगी टूल्स को पहले सीखें।
Amod Malviya, Udaan के सह-संस्थापक, इंजीनियरों को SCALER जैसे प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से मज़ेदार और लाभकारी शिक्षा का तरीका सिखा रहे हैं।
फ्रेमवर्क से कान्सेप्ट (Concept)में सोचने का परिवर्तन
फ्रेमवर्क में सोचने से कान्सेप्ट में सोचने का बदलाव कैसे करें? फ्रेमवर्क सिर्फ टूल्स हैं, उनके पीछे के मूल सिद्धांतों को समझना जरूरी है। बुनियादी अवधारणाओं को गहराई से समझें और उन्हें विभिन्न संदर्भों में लागू करें।
मिड-सीनियर इंजीनियरों के लिए करियर ग्रोथ
मिड-सीनियर इंजीनियरों के लिए करियर में बढ़ने की सलाह दी गई। इस स्तर पर, तकनीकी स्किल्स के साथ-साथ लीडरशिप और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट स्किल्स को भी बढ़ाना जरूरी है। नेटवर्किंग और मेंटरशिप की भी बड़ी भूमिका है।
लगातार सीखने का महत्व
करियर में लगातार सीखने का महत्व और इसके फायदे पर चर्चा की गई। टेक्नोलॉजी लगातार बदल रही है, इसके साथ बने रहने के लिए लगातार सीखना जरूरी है। नए टूल्स, तकनीकों और ट्रेंड्स को जानने के लिए समय निकालना महत्वपूर्ण है।
स्किल्स (Skill) vs डिग्री (Degree) का महत्व
स्किल्स और डिग्री के महत्व पर चर्चा की गई। आज के टेक्निकल फील्ड में स्किल्स अक्सर डिग्री से ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं। प्रोजेक्ट-आधारित सीखने, पर्सनल प्रोजेक्ट्स और ओपन-सोर्स योगदान के जरिए असली स्किल्स डेवलप करें।
इस एपिसोड में हमने भारत में बेरोजगारी और कैसे संस्थान इंजीनियरिंग प्लेसमेंट की संभावनाओं को प्रदान करने में संघर्ष कर रहे हैं, इस पर चर्चा की। कॉलेज क्या गलत कर रहे हैं और भारतीय शिक्षा प्रणाली में कमियाँ कहाँ हैं? श्रध्दा ने AI पर भी चर्चा की और बताया कि Google और Microsoft काम करने के लिए सबसे बेहतरीन कंपनियाँ क्यों हैं। श्रध्दा खापरा एक प्रतिभाशाली शिक्षिका और कंटेंट क्रिएटर हैं, जो शिक्षा, करियर, प्रेरणा, जीवनशैली, यात्रा और अन्य विषयों पर रोचक और ज्ञानवर्धक वीडियो बनाती हैं।
मुख्य बातें:
चाणक्य नीति से सीखे गए सबक:
चाणक्य नीति की बातें आज भी कितनी काम की हैं, इस एपिसोड में बताया गया। कैसे चाणक्य की रणनीतियाँ और नीतियाँ आज के समय में भी हमारे जीवन और काम में मददगार हो सकती हैं। चाणक्य नीति से हमें लीडरशिप, नैतिकता, और स्ट्रैटेजिक सोच के बारे में क्या सीखने को मिलता है, इस पर चर्चा हुई।
सब्सिडी: फायदेमंद या नुकसानदायक?:
सब्सिडी के रोल पर बात हुई, इसके फायदे और नुकसान दोनों पर चर्चा की गई। कैसे सब्सिडी आर्थिक विकास को प्रभावित करती है और क्या यह सही में जरूरतमंदों तक पहुँचती है या नहीं, इस पर भी विचार किया गया।
इंजीनियरिंग कॉलेजों की हकीकत:
भारत के इंजीनियरिंग कॉलेजों की असलियत और वहाँ मिलने वाली प्लेसमेंट की स्थिति पर बात की गई। कई कॉलेजों में प्लेसमेंट की कमी, पुराना सिलेबस और इंडस्ट्री के साथ तालमेल की कमी जैसी समस्याएँ बताई गईं।
डिग्री बनाम कौशल:
इस पॉइंट पर डिग्री से ज्यादा स्किल्स के महत्व को रेखांकित किया गया। आज की इंडस्ट्री में सिर्फ डिग्री काफी नहीं है, बल्कि प्रैक्टिकल स्किल्स और एक्सपीरियंस ज्यादा मायने रखते हैं। इससे छात्रों को अपने करियर को सही दिशा देने में मदद मिलती है।
श्रद्धा दीदी (Shraddha Didi) ने भारतीय शिक्षा प्रणाली, इंजीनियरिंग कॉलेजों और भारत के भविष्य पर चर्चा की | राज शमानी| (Raj Shamani)
शिक्षा उद्योग में खामियाँ:
भारतीय शिक्षा प्रणाली में जो कमियाँ हैं, उन पर बात की गई। इसमें पुराने सिलेबस, शिक्षकों की कमी, और जॉब-ओरिएंटेड एजुकेशन की कमी जैसी समस्याएँ सामने आईं। सुधार की जरूरत और नई नीतियों की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
महिलाएँ इंजीनियरिंग क्यों नहीं चुनतीं?:
भारत में महिलाएँ इंजीनियरिंग में कम क्यों आती हैं, इस पर विचार किया गया। सामाजिक दबाव, पारिवारिक जिम्मेदारियाँ, और जेन्डर इनक्वालटी (Gender Inequality) जैसी चुनौतियाँ इसके मुख्य कारण हैं।
गूगल (Google) और माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft)की वर्ककल्चर:
गूगल और माइक्रोसॉफ्ट की अद्वितीय वर्क कल्चर और यह क्यों बेहतरीन कंपनियाँ मानी जाती हैं, इस पर चर्चा की गई। इन कंपनियों में कार्य संतुलन, नवीनता, और कर्मचारी कल्याण के महत्व को उजागर किया गया।
एआई (AI) और इंजीनियरों का भविष्य:
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के विकास और इसके संभावित प्रभावों पर चर्चा की गई। क्या AI इंजीनियरों को रिप्लेस करेगा या नहीं, इस पर विभिन्न दृष्टिकोण प्रस्तुत किए गए। AI के साथ सहयोग और इसके सही उपयोग से कैसे लाभ उठाया जा सकता है, इस पर भी विचार किया गया।
सिद्धार्थ माहेश्वरी (Siddharth Maheshwari) एक तकनीकी उद्योग विशेषज्ञ है जो AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता), VR (वर्चुअल रियलिटी), और भविष्य तकनीकों पर विशेषज्ञता रखते हैं। उन्होंने अपने विचारों और विशेषज्ञता को “The Ranveer Show” में साझा किया है, जहां उन्होंने तकनीकी उन्नति, नवाचार, और विकास के बारे में चर्चा की है।
मुख्य बातें:
First Principle Thinking क्या होती है?
पहली सिद्धांत सोच का मतलब है कि हम समस्याओं को नए दृष्टिकोण से देखें, बिना पूर्वनिर्धारित समाधानों के पेश किए। इससे इनवैशन और विचारों की प्रेरणा मिलती है।
IITs की खासियत
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) भारतीय तकनीकी शिक्षा में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं और उनके योगदान को बड़ा माना जाता है।
IT Industry का Future
आईटी उद्योग का भविष्य, तकनीकी उन्नति, वेतन वृद्धि, और नवाचारों के संभावित प्रभाव पर चर्चा की गई।
नौकरियों का भविष्य
भविष्य में नौकरियों की स्थिति, खासकर तकनीकी उन्नतियों और एआई के आगमन के प्रभाव पर विचार किया गया।
सिद्धार्थ माहेश्वरी (Siddharth Maheshwari) ने AI, VR और भविष्य तकनीकों से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की है -The Ranveer Show
Software Engineers का Future
सॉफ़्टवेयर इंजीनियरिंग के भविष्य पर विस्तार से चर्चा की गई, उनकी भूमिका और नौकरी में परिवर्तनों पर।
AGI और ASI क्या है?
सामान्य मानवीय बुद्धिमत्ता (AGI) और सुपर मानवीय बुद्धिमत्ता (ASI) के बारे में समझाया गया, उनके विकास के संभावित प्रभाव और नैतिक मुद्दों पर विचार किया गया।
Dark Side Of AI Explained
एआई की गहराई को समझाया गया, उसके नकारात्मक पहलुओं के बारे में चर्चा की गई। गोपनीयता, सुरक्षा, और तकनीकी संकटों पर ध्यान दिया गया।
Artificial Intelligence के फायदे
एआई के लाभों पर विचार किया गया, इसका उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में कैसे किया जा सकता है और उससे समाज में कैसे सुधार लाया जा सकता है।
द रणवीर शो में हिंदी में मान्यता प्राप्त महान व्यक्ति माने जाने वाले मास्टर हितेश चौधरी इस पॉडकास्ट के 89वें संस्करण में विशेष मेहमान के रूप में स्वागत हुए हैं। वे iNeuron के मुख्य तकनीकी अधिकारी (CTO) और सह संस्थापक हैं। हितेश एक कोडर और एक शिक्षक के रूप में अपने करियर को संतुलित रखते हैं, जो Learn Code Online के माध्यम से विभिन्न विषयों पर व्याख्यान देते हैं। इससे उनकी व्यापक कौशल सेट का प्रदर्शन होता है। इसके अतिरिक्त, उन्हें बहुत ट्रैवल करने का शौक है और एक EdTech कंपनी के सह संस्थापक भी हैं।
मुख्य बातें:
फ्यूचर मिलियनेयर्स यह पॉडकास्ट जरूर सुनेंगे, जिसमें हितेश चौधरी (Hitesh Choudhary) ने बातचीत की है | द रणवीर शो
Alakh Pandey, popularly known as Physics Wallah, began teaching younger children to supplement his family’s income while he was in the 11th grade. He later dropped out of college to pursue his lifelong dream of teaching physics. His unicorn business is now reported to be worth Rs 4000 crore. He also discusses the complexities of the education sector and the future of ed-tech enterprises.
Alakh Pandey- Tutor to Unicorn Physics Wallah | ANI Podcast with Smita Prakash